विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शंकर सचदेव ने कहा कि राष्ट्रीय सरहद के साथ साथ राष्ट्र भाषा हिन्दी की सुरक्षा भी जरूरी है।
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नशे का कारोबार करने वाले लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, मगर चिंता का विषय यह है कि नशों की सप्लाई पड़ोसी देशों से होती है और राष्ट्रीय सरहद की सुरक्षा करना यूपीए सरकार की सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारी है।